मंगलाभोग संज्ञा पुं॰ [हिं॰] प्रातःकाल की प्रथम आरती (मगलाआरती) से पूर्व अर्पण किया जानेवाला भोग । उ॰—पाछैं मगलाभोग धरि कै श्री गुसाईं जी सिंघद्वार पर पधारे ।—दो सौ बावन॰, पृ॰ २२३ ।