मंगलाआरती संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ मंगल + आरती] प्रातः काल की प्रथम आरती । उ॰—ता पाछे समै भए भोग सराय मंगला- आरती किए ।—दो सौ बावन॰, पृ॰ ५८ ।