मँहगाई † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ मँहग + ई (प्रत्य॰)] १. दे॰ 'महगी' । उ॰—मँहगाई के जमाने में भूखों मरने की नौबत—फूलो॰, पृ॰ ९८ । २. वस्तुओं के बढ़े हुए भाव का ध्यान रखकर नौकरी पेशा के लोगों को अतिरिक्त मिलनेवाली रकम ।