मँजल पु † संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ मंजिल] दे॰ 'मंजिल' । उ॰—ये सराइ दिन चारि सुकामा रहना नाहिं मँजल को जाना ।— घट॰, पृ॰ ३०० ।