प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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भ्राष्ट्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. आकाश ।

२. प्रकाश । दीप्ति (को॰) ।

३. वह बरतन जिसमें भड़भूजे अनाज रखकर भूनते हैं ।