भ्रान्त
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनभ्रांत ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भ्रान्त]
१. तलवार के ३२ हाथों में से एक । तलवार को गोलाकार घुमाना जिसके द्वारा दूसरे के चलाए हुए शस्त्र को व्यर्थ किया जाता है ।
२. राजधतूरा ।
३. मस्त हाथी ।
४. घूमना फिरना । भ्रमण ।
५. भूल । त्रुटि (को॰) ।
भ्रांत ^२ वि॰
१. जिसे भ्रांति या भ्रम हुआ हो । धोखे में आया हुआ । भूला हुआ ।
२. व्याकुल । घबराया हुआ । हक्का बक्का ।
३. उन्मत्त ।
४. घुमाया हुआ । चक्कर खाता हुआ ।
५. त्रुटि- युक्त ।