प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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भेस संज्ञा पुं॰ [सं॰ वेप]

१. बाहरी रूप रंग और पहनावा आदि । वेष । उ॰— धर जोगिनियाक भेस, रे, करब में पहुक उदेस रे ।— विद्यापति, पृ॰ ३१९ । यौ॰— भेस भूषा ।

२. वह बनावटी रूप और नकली पहनावा आदि जो अपना वास्तविका रूप या परिचय छिपाने के लिये घारण किया जाय़ । कृत्रिम रूप और वस्त्र आदि । क्रि॰ प्र॰— धरना ।—बदलना ।—बनाना ।