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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भृश ^१ क्रि॰ वि॰ [सं॰] अत्यधिक । बहुत अधिक । उ॰—तेहि के आगे मिलत है जोजन सहस अठार । तपत भानु भृश शीश पर तहँ अति तुदन अपार ।—विश्वास (शब्द॰) ।

भृश ^२ वि॰

१. शक्तिशाली । ताकतवर । प्रचंड ।

२. अतिशय [को॰] ।