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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भृंगार सज्ञा पुं॰ [सं॰ भृंङ्गांर]

१. लौंग ।

२. सोना । स्वर्ण ।

२. सोने का बना हुआ जल पीने का पात्र ।

४. जल भरकर अभिषेक करने की झारी ।