भूर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनभूर ^१ वि॰ [सं॰ भूरि] बहुत । अधिक । उ॰—श्रीफल दाख अँगूर अति नूत तूत फल भर । तजि कै सुक सेमर गयो भई आस चकचूर ।—सं॰ सप्तक, पृ॰ १६९ ।
भूर ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ भुरभुरा] रेत । बालू । उ॰— भूरहु भूरि नदीनि के पूरनि नावनि मैं बहुते बनि वैसे ।— केशव (शब्द॰) ।
भूर ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] गाय की एक जाति ।