भिक्षापात्र संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह पात्र जिसमें भिखमंगे भीख माँगते हैं । कपाल । २. वह व्यक्ति जिसे भिक्षा देना उचित हो । भिक्षा प्राप्त करने का अधिकारी ।