भाषासमिति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] जैनियों के अनुसार एक प्रकार का आचार जिसके अंतर्गत ऐसी बातचीत आती है जिससे सब लोग प्रसन्न और संतुष्ट हों ।