प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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भावी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ भाविन्]

१. भविष्यत् काल । आनेवाला समय ।

२. भविष्य में होनेवाली वह वात या व्यापार जिसका घटना निश्चित हो । अवश्य होनेवाली बात । भवितव्यता । उ॰— भावी गाहू सों न टरै । गहै वह राहु कहाँ वह रवि शशि आनि संजोग परै ।—सूर (शब्द॰) । विशेष— साधारणतः भाग्यवादियों का विश्वास होता है कि कुछ घटना या बातें ऐसी होती हैं जिनका होना पहले से ही किसी अदृश्य शक्ति के द्वारा निश्चित होता है । ऐसी ही बातों को 'भावी' कहते हैं ।

३. भाग्य । प्रारब्ध । तकदीर ।

४. सुदंर । भव्य । शोभन (को॰) ।

५. अनुरक्त । आसक्त (को॰) ।