भाम
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनभाम ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. क्रोध ।
२. प्रकाश । दीप्ति ।
३. सूर्य ।
४. बहनोई ।
५. मंदार । अर्क (को॰) ।
६. एक वर्णवृत्त का नाम जिसके प्रत्येक चरण में भगण, मगण और अत में तीन सगण होते हैं (भ म स स स) ।
भाम ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ भामा] स्त्री । उ॰— आनि पर भाम विधि बाम तेहि राम सों सकत संग्राम दसकंध काँधो ।— तुलसी (शब्द॰) ।
२. कृष्ण की पत्नी सत्यभामा का एक नाम (को॰) ।