संज्ञा

स्त्री.

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

भाभी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ भाई] बड़े भाई की स्त्री । भोजाई । उ॰— (क) खइबे को कछु भाभी दीन्हों श्रीपति श्रीमुख बोले । फेंट ऊपर तें अंजुल तदुल बल करि हरिजू खाले ।— सूर (शब्द॰) । (ख) दै हौं सकों सिर तो कहँ भाभी पै ऊख के खेत न देखन जैहौं ।— (शब्द॰) ।

भाभी ‡ ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ भावी] दे॰ 'भावी' । उ॰— रावन अस तेंतीस कोटि सब, एकछत राज करे । मिरतक बाँधि कूप में डारे भाभी सोच मरे ।— घट॰, पृ॰ ३६५ ।

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