भट्टारक
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनभट्टारक ^१ वि॰ [सं॰] [स्त्री॰ भट्टारिका] पूज्य । माननीय ।
भट्टारक ^२ संज्ञा पुं॰
१. पूज्य व्यक्ति के आदरार्थ प्रयुक्त (पदवी रूप में) ।
२. मुनि । तपस्वी ।
३. पंडित ।
४. सूर्य ।
५. देवता ।
६. नाटक में राजा और प्रधान पुरुषों के लिये आदरार्थ संबोधन [को॰] । यौ॰—भट्टारक वार, भट्टारक वासर = आदित्य वार । रविवार ।