प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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भक्तिच्छेद संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह चित्रकारी जो रेखाओं द्वारा की जाय ।

२. भक्तों के विशेष चिह्न । जैसे, तिलक, मुद्रा आदि ।