हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भंडा संज्ञा॰ पुं॰ [सं॰ भाण्ड]

१. बर्तन । पात्र । भाँडा । उ॰— हम गृह फोरहिं शिशु बहु भंडा । तिनहि न देत नेक कोउ दंडा ।—गोपाल (शब्द॰) ।

२. भंडारा ।

३. भेद । रहस्य । मुहा॰—भंडा फूटना = गुप्त रहस्य खुलना । भेद खुलना । भंडा फोड़ना = गुप्त रहस्य खोलना ।

४. वह लकडी वा बल्ला जिसका सहारा लगाकर मोटे और भारी बल्लों को उठाते वा खसकाते हैं ।