भंडन † संज्ञा॰ पुं॰ [सं॰ भण्डन] १. हानि । क्षति । २. युद्ध । ३. कवच । उ॰—सेल सोधकर रग बिनु, पाए भडन जूद । बहुरि सुभट जे सुभट सौं सिंह रूप है कूद ।—हिं॰ प्रेंमगाथा॰, पृ॰ २२३ ।