हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भंगी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भङ्गिन् [स्त्री॰ भगिनी]

१. भंगशील । नष्ट होनेवाला ।

२. भग करनेवाला । भगकारी । उ॰— रसना रसालिका रसत हस मालिका रतन ज्योति जालिका सो देव दुख भंगिनी ।—देव (शब्द॰) ।

३. रेखाओं के झुकाव से खींचा हुआ चित्र वा बेलवूटा आदि ।

भंगी ^२ संज्ञा॰ पुं॰ [सं॰ देश॰] [स्त्री॰ भंगिन] एक पिछडी जाति जिसका काम मलमूत्र आदि उठाना है ।

भंगी ^३ वि॰ [हिं॰ भाँग] भाँग पीनेवाला । भँगेडी़ । उ॰— लोग निकम्में भंगी गंजड़ लुच्चे बे बिसवासी ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ३३३ ।