भँवरो
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
भँवरो ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ भँवरना वा भँवना]
१. दे॰ 'भाँवर' ।
२. बनियों का सौदा लेकर घूम घूमकर बेचना । फेरी ।
३. रक्षक, कोतवाल या अन्य कर्मचारियों का प्रजा की रक्षा के लिये चक्कर लगाना । फेरी । गश्त । उ॰—फिरै पाँव कुतवार सु भँवरी । काँपे पाउँ चंपत वह पौंरी ।—जायसी (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—फिरना ।—लगाना ।
४. परिक्रमा । (स्त्रियाँ) । क्रि॰ प्र॰—देना ।