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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भँभाना क्रि॰ अ॰ [अनु॰] गो आदि पशुओं का चिल्लाना । रँभाना । उ॰—सपने में गई सखि देखन हौं सुनु नाचत नंद जसोमति को नट । वा मुसुकाय कै भाव बताय कै मैं रो ई एँचि खरो पकरो पट । तो लगि गाय भँभाय उठी कवि देव बधू न मथ्यो दधि को मट । जागि परी तौ न कान्ह कहूँ न कदब को कुंज न कालिंदी को तट ।—देव (शब्द॰) ।