भँडौआ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ भाँड़] १. भाँड़ों के गाने का गीत । ऐसा गीत जो सभ्य अथवा शिष्ट समाज में गाने के योग्य न समझा जाय । २. हास्य आदि रसों की साधारण अथवा निम्नकोटि की कविता । जैसे, भडौआ संग्रह ।