भँड़हर संज्ञा पुं॰ [सं॰ भाण्ड] १. कच्ची मिट्टी का पकाया हुआ पात्र । मिट्टी के बर्तन । २. पिंड । शरीर । (लाक्ष॰) । उ॰—चढ़त चढा़वत भँडहर फोरी । मन नहिं जाने केकर चोरी ।—कबीर॰ बी॰ (शिशु॰), पृ॰ २१४ ।