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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भँडभाँड संज्ञा पुं॰ [सं॰ भाण्डीर] एक कँटीला क्षुप जिसकी पत्तियाँ नुफीली, लबी और कँटीली होती हैं । यह जाडे़ के दिनों में उगता हैं । भड़भाँड । विशेष—इसका फूल पोस्त के फूल के आकार का पीले या बसती रंग का होता है । फूल के झड़ जाने पर पोस्त की तरह लंबी और काँटों से युक्त ढेढी लगती हैं जिसमें पकने पर काले रंग के पोस्त से और कुछ बडे़ दाने निकलते हैं । इन दानों को पेरने से तेल निकलता है जो जलाने और दवा के काम आता है । इसके पौधे से पीले रंग का दूध निकलता है जो घाव और चोट पर लगाया जाता है । उसकी जड़ भी फोडे़ फुंसियों पर पीसकर लगाई जाती है । इसके नरम डंठल की गूदी की तरकारी भी बनाई जाती है ।