बोहोत † वि॰ [हिं॰] दे॰ 'बहुत' । उ॰—सो तामस भक्त को श्रीठाकुर जी के प्रगट स्वरूप प्रति आसक्ति बोहोत रहत है ।—दो सौ बावन॰, भा॰ १, पृ॰ ३ ।