बेसुर वि॰ [हिं॰ ब + सुर (= स्वर)] संगीत आदि की द्दष्टि से जिसका स्वर ठीक न हो । बमल स्वरवाला । उ॰—चेतन होइ न एक सुर कैस बनै बनाइ । जड़ मृदग बसुर भए मुँहे थपेरै खाइ ।—स॰ सप्तक, पृ॰ २२२ ।