बेकदरी संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा बेकदरी] बेकदर होने का भाव । बेइज्जती । अप्रतिष्ठा । उ॰—ऐसी दशा के कारण वह जहाँ घुमे उनकी बेकदरही हुई ।—प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ॰ २४८ ।