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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

बे ^१ अव्य॰ [सं॰ वि॰, सि॰ फ़ा॰ वे] बिना । बगैर । विशेष—इसका प्रयोग प्रायः फरसी आदि शब्दों के साथ यौगिक में होता है । जेसे,—बेगैरत, बेइज्जत ।

बे ^२ अव्य॰ [हिं॰ हे] छोटों के लिये एक संबोधन शब्द जो प्रायः अशिष्टतासूचक माना जाता है । उ॰— (क) बे हिंदू के कुफर बोल भी कुफरे कढ्ढै ।— पृ॰ रा॰, ६४ । ११७ । (ख) बे कायर बल्हीन पकरि सिंगिनी क्या तीलै ।—पृ॰ रा॰ ६४ । १४० । मुहा॰—बे ते करना = किसी को तुच्छ मसझते हुए उसके साथ अशिष्टतापूर्वक बातें करना ।

बे † ^३ वि॰ [सं॰ द्वि, द्वे, प्रा॰ अप॰ बे] दो । उ॰— ततो बे कुमारी पउट्ठे बजारी, जहिं लष्ख घोरा मअगा हजारी ।—कीर्ति॰, पृ॰ ३८ ।