बिसमिल वि॰ [फा़॰ बिस्मिल] १. घायल । जख्मी । २. जबह करना । घायल करते हुए मारना । उ॰—गऊ पकड़ बिसमिल करे, दरगह खंड वजूद । गरीबदास उस गऊ का, पिए जुलाहा दूध ।—कबीर मं॰, पृ॰ ११४ ।