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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

बिगार † संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'बिगाड़' । उ॰—बुधि न बिचार, न बिगार न सुधार सुधि देह गेह नेह नाते मन से निसरिगे ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ३३९ ।

बिगार ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'बेगार' ।