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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

बिख † संज्ञा पुं॰ [सं॰ विष] जहर । विष । उ॰—नेकियाँ मानते नहीं ऐबी । क्यों उन्हीं के लिये न बिख चख लें ।—चोखे॰, पृ॰ २६ । यौ॰—बिख्रधर = सर्प ।—अनेकार्थ॰, पृ॰ ७० ।