बिक्री संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ विक्रय] १. किसी पदार्थ के बेचे जाने की क्रिया या भाव । विक्रय । जैसे,—आज सबेरे से बिक्री ही नहीं हुई । २. वह धन जो बेचने से प्राप्त हो । बेचने से मिलनेवाला धन । जैसे,—यही १०)आज की बिक्री है ।