प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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बालव संज्ञा पुं॰ [सं॰] फलित ज्योतिष के अनुसार दूसरा करण जिसमें शुभ कर्म करना वर्जित नहीं है । विशेष—कहते हैं, इस करण में जिसका जन्म होया है वह बहुत कार्यकुशल, अपने परिवार के लोगों का पालन करनेवाला, कुलशील संपन्न, उदार तथा बलवान् होता है । दे॰ 'करण' ।