बातिल वि॰ [अ॰] झुठ । मिथ्या । गलत । बेकार । उ॰—रहा नूरे नवी आ जिस बशर में । बुताँ दिसते थे बातिल उस नजर में ।—दक्खिनी॰, पृ॰ १६३ । यौ॰—बातिल परस्त = प्रत्य या मिथ्या का उपासक ।