बाँका
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनबाँका ^१ वि॰ [सं॰ बङ्क]
१. टेढ़ा । तिरछा ।
२. अत्यंत साहसी । बहादुर । वीर ।
३. सुंदर और बना ठना । जो अपने शरीर को खूब सजाए हो । छैला । उ॰—तौर क्या पूछते हो काफिर का । शोख है बाँका है सिपाही है ।—कविता कौ॰, भा॰ ४, पृ॰ १० ।
४. गुंडा । उ॰—बड़ो भाई बाँकों हतो ।—दो सौ बावन॰, भा॰ १ पृ॰ २०९ ।
बाँका ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ बङ्क]
१. लोहे का बना हुआ एक प्रकार का हथियार जो टेढ़ा होता है और जिससे बाँसफोड़ लोग बाँस काटते छाँटते हैं । उ॰—खिन खिन जीव सँडासन आँका । औ नित डोम छुवावहिं बाँका ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. एक प्रकार का कीड़ा जो धान की फसल को हानि पहुँचाता है ।
३. बारात आदि में अथवा किसी जुलूस में वह बालक या युवक जो खूब सुंदर वस्त्र और अलंकार आदि से सजाकर तथा पालकी पर बैठाकर शोभा के लिये निकाला जाता है ।