बहाना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनबहाना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ बहना]
१. द्रव पदार्थों को निम्न तल की ओर छोड़ना या गमन कराना । पानी या पानी सी पतली चीजों को किसी ओर ले जाना । प्रवाहित करना । जैसे,—खून की नदी बहाना । संयो॰ क्रि॰—देना ।
२. पानी की धारा में डालना । बहती हुई चीज में इस प्रकार डालना कि बहाव के साथ चले । प्रवाह के साथ छोड़ना । जैसे,—नदी में तख्ते या लट्ठे बहाना ।
३. लगातार बूँद या धार के रूप में छोड़ना या निकालना । ढालना । गेरना । लुढ़ाना । जैसे,—(क) आँसू बहाना । (ख) घड़े का पानी क्यों बहाते रहे हो ? । मुहा॰—फोड़ा बहाना = फोड़े में इस प्रकार छेद कर देना जिससे उसमें का मवाद निकल जाय । जैसे,—यह दवा फोड़े को बहा देगी ।
४. वायु संचालित करना । हवा चलाना ।
५. व्यर्थ व्यय करना । खोना । गँवाना । जैसे,—उसने लाखों रुपए बहा दिए । †
६. फेंकना । डालना । पकड़े या लिए न रहना ।
७. सस्ता बेचना । कौड़ियों के मोल दे देना ।
बहाना ^२ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ बहानह्]
१. किसी बात से बचने या कोई मतलब निकालने के लिये अपने संबंध में कोई झूठ बात कहना । मिस । हीला । जैसे,—काम के वक्त तुम बीमारी का बहाना करके बैठ जाते हो । क्रि॰ प्र॰—करना ।—बनाना ।
२. उक्त उद्देश्य से कही हुईं झूठ बात । वह बात जिसकी ओट में असल बात छिपाई जाय । क्रि॰ प्र॰—ढूँढ़ना ।
३. निमित्त । कहने सुनने के लिये एक कारण । प्रसंग । योग । जैसे,—(क) हीले रोजी, बहाने मौत । (ख) चलो इसी बहाने हम भी बंबई देख आएँगे ।