बरतन
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनबरतन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ बर्तन (=पात्र)] मिट्टी या धातु आदि की इस प्रकार बनी वस्तु कि उसमें कोई वस्तु, विशेषतः खाने पीने की, रख सकें । पात्र । जैसे, लोटा, थाली, कटोरा, गिलास, हंडा, परात, घड़ा, हाँड़ी, मटका आदि । भाँड़ । भाँड़ा ।
बरतन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वर्तन] बरतना या व्यवहृत करने का भाव । बरताव । व्यवहार ।