बटोर संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बटोरना] बहुत से आदमियों का इकट्ठा होना । जमावड़ा । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । २. वस्तुओं का ढेर जो इधर उधर से बटोरकर या इकट्ठा करके लगाया गया हो । ३. कूडे़ करकट का ढेर । (पालकी के कहार) ।