हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

बकोंड़ा ‡ सज्ञा पुं॰ [हिं॰ बक्कल] पलाश की कूटी हु जड़ जिससे रस्सी बटी जाती है ।