बकैयाँ सज्ञा पुं॰ [सं॰ वक्र + हिं॰ ऐयाँ (प्रत्य)] बच्चों के चलने का वह ढंग जिसमे वे पशुओं के समान अपने दोनों हाथ और दोनों पैर जमीन पर टेककर चलतै हैं । घुटनों के बल चलना ।