बकुचौहाँ ‡ वि॰ [हिं॰ बकुचा + औहाँ (प्रत्य॰)] [वि॰ स्त्री॰ बकुचौहीं] बकुचे की भाँति । बकुचे के समान । उ॰— राखी सचि कूबरी पीठि पै ये बातैं बकुचौही । स्याम सो गाहक पाय सयानी खोलि देखाइहै गौहीं ।—तुलसी (शब्द॰) ।