बकुचा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बकुचना] [स्त्री॰ बकुची] छोटी गठरी । बकचा । उ॰—(क) कमरी थोरे दाम की आवै बहुतै काम । खासा । मखमल बाफता उनकर राखै मान । उनकर राखै मान बुंद जँह आड़े आवै । बकुचा बांधै मोट राति को झारि बिछावै ।— गिरधरराय (शब्द॰) ।