बकुचन
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनबकुचन पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ बिकुञ्चन या हिं॰ बकुचा]
१. हाथ जोड़ने की अवस्था । बद्धांजलि । उ॰— बकुचन विनवौं रोस न मोही । सुनु बकाउ तजि चाहु न जूही ।—जाय़सी (शब्द॰) ।
२. हाथ या मुट्ठी से पकड़ने की क्रिया । उ॰— तुम्ह जो बकावरि तुम्ह सों भर ना । बकुचन गहै चहैं जो करना ।—जायसी (शब्द॰) ।
३. गुच्छा । गुच्छ । स्तवक ।