बकसैया पु वि॰ [हिं॰ बकसना + ऐसा(प्रत्य॰)] बख्शनेवाला । देनेवाला । उ॰— समर के सिंह सत्रुसाल के सपूत, सहजहि बकसैया सदसिंधुर मंदध के ।— मति॰ ग्रं॰ पृ॰ ३९६ ।