प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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फेट संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ फेटना] फेंटने की क्रिया या भाव । लपेट । चक्कर । उ॰— उर अंधारी जहँ नराँ सतगुर कूँ नहिं भेट । आए थे हरि मिलन कूँ लगी ओर ही फेट । —राम,॰ धर्म, पृ॰ ७१ ।