हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

फूहर † वि॰ [हिं॰] दे॰ 'फूहड़' । उ॰— फूहर वही सराहिए परसत टपकै लार ।— गिरधर (शब्द॰) । (ख) जीभ का फूहरा, पंथ का चुहरा, तेज तमा घरै आप खौवै । —कबीर रे॰, पृ॰ ३२ ।