फीता संज्ञा पुं॰ [पुर्त॰] १. नेवार की पतली धज्जी, सूत, आदि जो किसी वस्तु को लपेटने या बाँधने के काम में आता है । उ॰—खेलत चंग से चित्त चली ज्यों बँधी रघुराज के प्रेम के फीता ।—रघुराज (शब्द॰) । २. पतला किनारा । पतली कोर ।