फिसलन संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ फ़िसलना] १. फिसलने की क्रिया या भाव । चिकनाई के कारण न जमने या ठहरने की क्रिया या भाव । रपटन । २. ऐसा स्थान जहाँ चिकनाई के कारण पैर या और कोई वस्तु न जम सके । चिकनी जगह जहाँ पड़ने से कोई वस्तु न ठहरे, सरक जाय ।