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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

फलयोग संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. नाइक में वह स्थान जिसमें फल क ी प्राप्ति या उसके नायक के उद्देश्य की सिद्धि हो ।

२. फल मिलना । फल की प्राप्ति (को॰) ।

३. वेतन । मजूरी (को॰) ।